अगले महीने से बोर्ड परीक्षाएं, सक्षम अफसर की नहीं हो पाई पदस्थापना
भोपाल:
31 दिसंबर को माध्यमिक शिक्षा मंडल से उमेश कुमार सिंह सेवानिवृत्त हुए थे| तब माना जा रहा था कि सरकार अगले ही दिन किसी दूसरे अधिकारी कि यहां पर पदस्थापना कर शक्ति है| कारण भी है कि सचिव पर ही परीक्षा तैयारियों का पूरा दारोमदार रहता है| अब वर्तमान में देखें तो लगभग सवा सौ परीक्षाएं केंद्रों का निर्धारण नहीं हो पाया है| यहां ऐसे केंद्र हैं, जहां जले शिक्षा अधिकारियों ने जिला योजन समिति के समक्ष झूठी रिपोर्ट भेजकर अनुमोदन करवाया था| बाद मैं देखा गया तो ऐसे केंद्रों पर अनेक प्रकार की कमियां पाई गई थी| इस कारण इनमें संशोधन करने के लिए कलेक्टरों को पत्र भी लिखा गया था| अब इन केंद्रों का निर्धारण तभी होगा जब फाहल पर माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव के हस्ताक्षर होंगे| मंडल चेयरमेन के रूप में वीणा धाणेकर ने पद संभाला है, जो भी अभी बोर्ड का पूरा काम समझ रही है| यहां पर अधिकारी और कर्मचारियों का कहना है कि सचिव की पदस्थापना होना अति आवश्यक है|
संचालनालय की बड़ी चिंता, प्रचाय तैयार नहीं करवा पाये शैक्षणिक शायरी डायरी
15 फरवरी के बाद है परीक्षाएं
कई जिलों में शिकायत, भोपाल में डीईओ ने कहा, कर रहे परीक्षण
भोपाल कक्षाओं में शिक्षकों के कार्य का हिसाब रखने के लिए लोक शिक्षण संचालनायक द्वारा जिस शैक्षणिक डायरी को मेंटेन करवाने का आदेश जारी किया था| उसमें में प्रचार फैसिलिटी रहे हैं| कई जिलों में इस प्रकार की शिकायत संचालनालय में आई है| लोक शिक्षण संचालनालय ने इस मामले में दो माह पूर्व आदेश जारी किए थे|
हाल ही में संचालनायक के अधिकारियों ने अब जब जिलों से इस संबंध की रिपोर्ट मांगी तो कई जिलों की नाकामी सामने आई है| अकेले भोपाल संभाग में ही यह कार्य गंभीरता से नहीं किया गया है| सीहोर रायसेन, विदिशा, राजगढ़ जैसे जिलों में यह काम का मान ईमानदारी से नहीं हुआ है| सागर, दमोह, छतरपुर से भी इसी प्रकार की शिकायतें हैं| जबकि स्कूल खुलने के बाद विशेष शिक्षक को प्रतिदिन कक्षा डायरी तैयार करनी करना थी| इसमें यह उल्लेख किया जाना था कि उसने किस दिन कौन सा सब्जेक्ट बच्चों को पढ़ाया है| किस तिथि को मासिक टेस्ट लिया है| ऐसे अनेक बिंदुओं का उल्लेख किया जाना था| बकायाद स्कूल स्तर पर संकुल प्राचार्य को इसकी मानिटरिंग करना थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है|
नवंबर में जारी किया गया था आदेश
कक्षा में बच्चों को समय से अध्यापन कराने के लिए पूर्व की तरह डायरी मेंटेन करने के आदेश जारी हुए थे| संचालनालय के संचालक केके द्विवेदी द्वारा जारी पत्र के अनुसार प्रकाशित शैक्षणिक कलेक्टर में माह फरवरी के पीछे प्राचार्य चार्टर एवं शैक्षणिक डायरी संबंधी निर्देश दिए गए थे, लेकिन यह कार्य आज तक नहीं किया गया है| जबकि प्रतिदिन के कार्य प्रदर्शन का उल्लेख इसमें होना था| इधर यह भी बताना होगा कि शैक्षणिक डायरी तैयार करने में प्राचार्य हमेशा पीछे रहे हैं|
लगातार कर रही डायरी का परीक्षण: सक्सेना
भोपाल में जिला शैक्षणिक अधिकारी नीति सक्सेना का कहना है कि राजधानी में नियमित रूप से शैक्षणिक डायरी मेंटेन कर रहे हैं| इसके लिए लगातार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है| निरीक्षण टीमें कक्षाओं में भी पहुंच रही है, जहां शिक्षक यह काम गंभीरता से करते पाया गया है| उन्होंने कहा की अगर जहां इस कार्य में लापरवाही पाई जाएगी| वहां पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी|