बोर्ड सचिव ने लिखा सभी जिलों में कलेक्टरों को पत्र
तीसरी लहर की आशंका से चिंतित मंडल ने किए तिमाही, छमाही के अंग इकट्ठे
भोपाल मध्य प्रदेश में तीसरी लहर की आशंकाओं से चिंतित माध्यमिक शिक्षा मंडल पुराने पैटर्न पर चला है| कोरोना की दूसरी लहर में जिस प्रकार विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम तिमाही और छमाही परीक्षाओं के आधार पर तैयार किया गया था| उसी प्रकार की तैयारियां फिर से शुरू कर दी गई है|
वैसे तो माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 18 फरवरी से 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाएं निर्धारित की गई है| इसका बकायदा टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है| फिर भी ओमीकोना वायरस के बढ़ते मरीजों के को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल में घबराहट पैदा हो गई है| कहीं तीसरी लहर ना आ जाए| इस चिंता से आशंकित माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा विद्यार्थियों की तिमाही एवं छमाही परीक्षा को आधार बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है| माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा उमेश कुमार सिंह द्वारा इस संदर्भ में सभी जिलो के कलेक्टरों को पत्र लिख दिया गया है| इस पत्र के माध्यम से विघार्थियों की तिमाही अर्धवार्षिक और प्री बोर्ड परीक्षाओं के अंक ऑनलाइन मांगे जा रहे हैं| 10वीं 12वीं में जिन बच्चों ने तिमाही एवं छमाही में बैठकर जो अंक हासिल किए हैं| उनका डाटा एक मॉड्यूल में माध्यमिक शिक्षा मंडल इकट्ठा करने में जुट गई है| मंडल का कहना है कि अभी प्री बोर्ड परीक्षा नहीं करवाई गई है| शायद जनवरी माह में यह परीक्षाएं भी करवा ली जाएगी| इन परीक्षाओं के अंक भी मंडल अपने पास रखेगा| माध्यमिक शिक्षा मंडल का कहना है कि अगर तीसरी लहर आती है और परीक्षाएं प्रभावित होती है तो फिर दूसरा तरीक निकाला जाएगा| पिछले सत्र में जिस प्रकार अर्धवार्षिक परीक्षा प्री बोर्ड और तिमाही परीक्षा के आधार पर विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम तैयार किए गए थे| विषय परिस्थितियां बनेगी तब यही पद्धति अपनाई जाएंगी|
तीसरी लहर की आशंका मे विद्यार्थी भी लगातार ले रहे परामर्श :-
इधर तीसरी लहर की आशंकाओं से विद्यार्थी भी चिंतित है| माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जो हेल्प डेस्क तैयार की गई है, उसमें प्रतिदिन विद्यार्थियों के फोन आ रहे हैं| जहां पर उन्हें समझाया जा रहा है कि वह फिलहाल अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान फोकस करें| इधर उधर की बातों में ध्यान ना देते हुए वह अपना पूरा समय विषय तैयारियों में लगाएं ताकि उनका कोई नुकसान ना हो सके| बच्चों को यह भी बताया जा रहा है कि पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी पूरा भी वेख्याल रखें| अगर कोई उन्हें शारीरिक समस्या आती है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं| योग का अभ्यास निरंतर करें| ताकि तनाव मुक्त होकर पढ़ाई कर सकें|